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पूरनपुर। सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र में मैलानी के जंगल से आकर हाथी 20 दिन से उत्पात मचा रहे हैं। शाम होते ही हाथी खेतों में पहुंचकर धान और गन्ने की फसलें बर्बाद कर रहे हैं। सुबह होने से पहले हाथी लौट जाते हैं।
पूरनपुर तहसील क्षेत्र के जिस इलाके में हाथी 20 दिन से उत्पात मचा रहे हैं, वह पीलीभीत के थाना सेहरामऊ उत्तरी का इलाका है। वर्ष 2001 में सेहरामऊ उत्तरी समेत शाहजहांपुर के 94 गांवों को पीलीभीत जिले में जोड़ा गया था। इसका वन क्षेत्र मैलानी मेंस जबकि कानून व्यवस्था के हिसाब से सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र में आता है।
बीस दिन से हाथी जिस इलाके में उत्पात मचा रहे हैं, वह पीलीभीत जिले के सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र में आता है, लेकिन वन विभाग से संबंधित गतिविधियां शाहजहांपुर की खुटार और लखीमपुर की मैलानी रेंज के अधीन आती हैं। हाथियों के उत्पात मचाने की घटना पर खुटार रेंज के अफसर जिम्मेदारी मैलानी रेंज के अफसरों पर टाल रहे हैं, जबकि मैलानी रेंज के अफसरों का कहना है कि उनको मात्र जंगल का क्षेत्र दिया गया है, जंगल के बाहर का इलाका खुटार रेंज के अधीन है। यही कारण है कि यहां सतर्कता में लापरवाही बरती जा रही है। इसका खामियाजा एक ग्रामीण को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा है। हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला।
पांच साल पहले चलतुआ गांव में लोगों ने मार डाला था बाघ
पूरनपुर। सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र का गांव चलतुआ जंगल के बीच बसा है। चार नवंबर 2018 को गांव निवासी देवानंद (45) मैलानी से बाजार कर साइकिल से अपनी पत्नी के साथ घर लौट रहे थे। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे गांव के पास पहुंचने पर बाघ ने उन पर हमला कर दिया था। शोर मचाने पर एकत्र हुए लोगों ने आग जलाकर बाघ को खेदेड़ा था। घायल देवानंद ने इलाज के लिए ले जाते समय दम तोड़ दिया था। इससे गुस्साए लोगों ने शाम पांच बजे जंगल की झाडिय़ों में छिपे बाघ को ढूंढकर उसे मार डाला था। अब इसी गांव में हाथी ने ग्रामीण को मार डाला है। इससे ग्रामीण गुस्से में हैं। संवाद
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