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फर्रुखाबाद। कलक्ट्रेट सभागार में सांसद ने जिलाधिकारी के साथ शनिवार रात स्वास्थ्य विभाग के कामों की समीक्षा की। आयुष्मान कार्ड बनाने में जिला प्रदेश में 72वें स्थान पर होने और बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं पर उन्होंने सीएमओ को सुधार का अल्टीमेटम दिया है।

सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि सेवा पखवाड़ा के तहत जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने में रुचि नहीं ली जा रही है। इस कारण जिले का प्रदेश में 72वां स्थान है। इन दिनों बुखार व डेंगू के प्रकोप के बीच सीएचसी में सीबीसी जांच नहीं हो रही है। शहर व सीएचसी बरौन में नियम विरुद्ध क्षमता से अधिक एएनएम की तैनाती कर ग्रामीण क्षेत्र के उपकेंद्र एएनएम विहीन कर दिए गए हैं।

शमसाबाद सीएचसी में एक्सरे मशीन न होने के बावजूद टेक्नीशियन तैनात है, जबकि मोहम्मदाबाद सीएचसी में टेक्नीशियन न होने से एक्सरे मशीन बंद पड़ी है। कई अस्पतालों में दंत चिकित्सक हैं वहां डेंटल चेयर नहीं है, जहां डेंटल चेयर है वहां दंत चिकित्सक की तैनाती नहीं।

हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर सीएचओ पूरे समय ड्यूटी नहीं करते हैं। इससे ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पाता। इससे अब वे खुद ही हेल्थ वेलनेस सेंटरों का निरीक्षण करेंगे। विभाग में ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है।

भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने कहा कि सरकार जेनरिक दवाओं पर जोर दे रही है। कायमगंज सीएचसी में जन औषधि केंद्र खोलने हल्द्वानी से आए व्यक्ति को सीएमओ ने कार्यालय में घुसते ही लताड़ दिया। अभद्रता से बात की। यह शासन की मंशा के विपरीत है।

नवजात के शव को कुत्ता उठा ले जाने में होगी जांच

लोहिया महिला अस्पताल के पीछे नवजात के शव को कुत्तों के नोचने के मामले में सांसद मुकेश राजपूत ने कहा कि इसकी गंभीरता से जांच कराई जाए। इस शिशु का जन्म सरकारी अस्पताल में हुआ या निजी अस्पताल में। जांच में पुष्टि होने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने जांच कराने के आदेश दिए हैं। सांसद ने कहा कि बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए उन्होंने सीएमओ को चेतावनी दी है। सुधार न होने पर उन्होंने जिलाधिकारी से सीएमओ के खिलाफ पत्र लिखने के लिए भी कहा है।

सीएचसी प्रभारियों ने सीएमओ को घेरा

समीक्षा के बाद कलक्ट्रेट सभागार से निकले सीएमओ ने जब दोषारोपण किया, तो सीएचसी प्रभारियों ने उन्हें आड़े हाथों लिया। कहा कि हर महीने तबादला करने से ही व्यवस्थाएं बिगड़ रही हैं। जब प्रभारी के वित्तीय अधिकार भी छीन लिए जाएंगे तो काम कहां से कराएं। सीएचसी प्रभारियों ने सीएमओ पर गंभीर आरोप भी लगाए। माहौल इतना गर्म हो गया कि अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया गया। सीएमओ अवनींद्र कुमार ने बताया कि सीएचसी प्रभारियों ने खुद को बचाने के लिए उन्हें घेरने का प्रयास किया। अब वे सभी को काम करना सिखा देंगे।

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