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Doctors are breaking the skulls of dead bodies with bricks, even vials are not available to preserve the remai

डॉक्टर शवों की खोपड़ी ईंट से तोड़ने के लिए मजबूर
– फोटो : अमर उजाला

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फर्रुखाबाद जिले में आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस में डॉक्टर शवों की खोपड़ी ईंट से तोड़ने के लिए मजबूर हैं। हथौड़ी न होने से परेशानी हो रही है। वही बिसरा सुरक्षित करने के लिए वॉयल तक उपलब्ध नहीं है। शासन के आदेश के बाद भी पोस्टमार्टम हाउस में दो चिकित्सकों की ड्यूटी भी नहीं लगाई जा रही है।

फतेहगढ़ पुराने जिला अस्पताल में आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस आठ वर्ष पहले 50 लाख की लागत से बनाया गया। इसमें शव रखने के लिए छह डीफ फ्रीजर लगाए गए। एक्सरे के लिए कक्ष बनाया गया। शव का पोस्टमार्टम करने व डॉक्टर के बैठने व आराम करने के कक्ष भी बने हैं।

शासन का आदेश है कि आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस में दो डॉक्टरों की तैनाती होनी चाहिए। शव का एक्सरे वहीं पर कराया जाए। लेकिन यहां किसी डॉक्टर की तैनाती नहीं है। लोहिया अस्पताल से टेक्नीशियन को संबद्ध कर रखा है, लेकिन एक्सरे मशीन नहीं है।

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