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Even gods cannot repay Hanuman's debt.

शहर के राधा रमण मंदिर में आयोजित श्री राम कथा में मौजूद श्रद्धालु । संवाद

पीलीभीत। राधा रमण मंदिर में राधा माधव संकीर्तन मंडल की तरफ से आयोजित श्रीराम कथा में कथा व्यास बृजेश पाठक ने कहा कि हनुमान जी इतने श्रेष्ठ हैं कि संसार तो दूर देवता भी उनका ऋण नहीं चुका सकते।

भगवान श्रीराम और हनुमान के बीच संबंध का बखान करते हुए कथा व्यास ने कहा कि हनुमान जी प्रभु राम को ही अपना स्वामी, सखा, पिता, माता एवं गुरु मानते हैं। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन प्रभु राम के चरणों में समर्पित कर दिया। उनके ह्रदय में प्रभु राम, माता सीता एवं लक्ष्मण बसते हैं। इसलिए रामायण में हनुमान जी को इतना महत्व दिया गया है। हनुमान जी इतने श्रेष्ठ हैं कि देवता भी उनका ऋण कभी नहीं चुका सकते हैं। उन्होंने कहा कि राम कथा को सुनने से कथावाचक एवं श्रोता दोनों को पुण्य मिलता है। आयोजकों ने बताया कि 13 अक्तूबर को कथा का समापन होगा।

शहर के राधा रमण मंदिर में आयोजित श्री राम कथा में मौजूद श्रद्धालु । संवाद

शहर के राधा रमण मंदिर में आयोजित श्री राम कथा में मौजूद श्रद्धालु । संवाद

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