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छात्राओं को शपथ दिलाती डॉ. सुनीता सैंनी । संवाद
पूरनपुर। बालिकाएं जन्म से ही परिवार में उनकी स्थिति, शिक्षा के अधिकार और उनके कॅरियर के विकास में आने वाली चुनौतियों का सामना करती हैं। बालिकाओं को अधिकारों, उनके सामने आने वाली चुनौतियों और महिला सशक्तीकरण के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है।
अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर गन्ना कृषक स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यक्रम में यह बात आयुर्वेदिक अस्पताल की चिकित्साधिकारी डॉ. सुनीता सैनी ने कही। उन्होंने कहा कि बालिका दिवस पर छात्राओं को बालिकाओं, महिलाओं को जागरूक करने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है।
प्राचार्य डॉ. सुधीर कुमार शर्मा ने कहा कि बालिकाएं अब किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। उनके अधिकारों और योगदान के लिए लोगों को जागरूक करें। ताकि उन्हें समाज की वास्तविक स्थिति का सम्मान मिल सके। कार्यक्रम में बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया और अपने अधिकार, कर्तव्यों, दायित्व के प्रति शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में घुंघचाई आयुर्वेदिक अस्पताल के डॉ. आकाश गुप्ता, एसआई अनुराधा वर्मा, डॉ. रेखा सिंह, डॉ. मधुर मिश्रा, डॉ. रंजना सिंह, शोभना देवी आदि ने विचार रखे। संचालन डॉ. पिंदर सिंह ने किया।
किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए दृढ़ संकल्प जरूरी
आधुनिकता के साथ महिलाओं, बालिकाओं में पुरुषों से भेदभाव अब कम हुआ है। अपने मनोबल को बनाए रखना है। महिलाएं और बालिकाएं दृढ़ संकल्प लेकर अपना लक्ष्य पाएं। – प्रियंका
घर और समाज में भेदभाव और असमानता बालिकाओं से नहीं होनी चाहिए। अपने अधिकार, कर्तव्य के प्रति जागरूक होने की जानकारी मिली।- कविता
चुनौतियों, सशक्तिकरण एवं मानवाधिकारों की पूर्ति और उनको बढ़ावा देने की सीख मिली। बताया गया कि महिलाएं अब पुरुषों से पीछे नहीं रही हैं। – काजल
समाज में आने वाली चुनौतियों को पहचानने, उनसे निपटने और अधिकारों की जानकारी आसपास की बालिकाओं, महिलाओं को देकर जागरूक करने की जानकारी मिली। अब परिचितों को जागरूक करुंगी। – निभा
छात्राओं को शपथ दिलाती डॉ. सुनीता सैंनी । संवाद
छात्राओं को शपथ दिलाती डॉ. सुनीता सैंनी । संवाद
छात्राओं को शपथ दिलाती डॉ. सुनीता सैंनी । संवाद
छात्राओं को शपथ दिलाती डॉ. सुनीता सैंनी । संवाद
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