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पीलीभीत। वेतन न मिलने से नाराज मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ मंगलवार को कार्य बहिष्कार करेंगे। डॉक्टर ओपीडी में भी मरीज नहीं देखेंगे। सिर्फ आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। डॉक्टर, फार्मासिस्ट, स्टाफ नर्स व अन्य स्टाफ मेडिकल कॉलेज के पार्क में एकत्र होकर वेतन की मांग के लिए धरना-प्रदर्शन करेंगे।
मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है। वेतन कब तक मिलेगा, इसका भी कुछ पता नहीं। वेतन की मांग को लेकर कर्मचारी कई बार काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध जता चुके हैं, लेकिन इसका भी कोई असर देखने को नहीं मिला है। तीन महीने से वेतन न मिलने से स्टाफ को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
कर्मचारियों का कहना है कि घर में राशन तक खत्म हो गया है। बच्चों की स्कूल की फीस जमा नहीं हो पा रही है। ईएमआई लगातार टूटती जा रहीं हैं। ऐसे में अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समिति के बैनर तले एक दिन के कार्य बहिष्कार का फैसला लिया गया है। अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समिति के पदाधिकारियों ने प्रभारी प्राचार्य को पत्र लिखकर ओपीडी के बहिष्कार की सूचना दे दी है। हालांकि आपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी।
मरीजों को होगी दिक्कत
मौजूदा समय में वायरल फीवर का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। मेडिकल कॉलेज में रोजाना 1500-1600 मरीज दवा लेने पहुंच रहे हैं। ऐसे में अगर मंगलवार को डॉक्टर व अन्य स्टाफ नहीं बैठेगा तो मरीजों को खासी परेशानी होगी। सोमवार को मेडिकल कॉलेज में 1530 मरीज पहुंचे। इनमें से 277 की खून की जांच की गई।
चालू रहेंगी इमरजेंसी सेवाएं
मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी, ताकि गंभीर मरीजों को इलाज मिल सके। इमरजेंसी में डॉक्टर, फार्मासिस्ट सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहेगा। इसके अलावा वार्ड में भर्ती मरीजों की देखरेख के लिए भी स्टाफ तैनात रहेगा। सिर्फ ओपीडी में काम नहीं होगा।
सुबह आठ बजे पार्क में होंगे एकत्र
अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समिति की अध्यक्ष अंजू सिंह और मंत्री कमलेश सिंह ने बताया कि हम सिर्फ अपना वेतन मांग रहे हैं, लेकिन तीन महीने से वेतन नहीं दिया जा रहा है। अब चौथा महीना भी शुरू हो गया है। वेतन कब मिलेगा, कुछ भी पता नहीं है। कई बार काली पट्टी बांधकर विरोध किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। ऐसे में अब ओपीडी के बहिष्कार का फैसला किया है। इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। मंगलवार सुबह आठ बजे सभी डॉक्टर और कर्मचारी मेडिकल कॉलेज के पार्क में एकत्र होंगे।
मेडिकल कॉलेज के अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समिति का पत्र मिला है। इसमें मंगलवार को ओपीडी के बहिष्कार की बात कही गई है। मैंने डॉक्टरों व अन्य स्टाफ से अपील की है वे कार्य बहिष्कार न करें। अगर डॉक्टर बहिष्कार करते हैं तो संविदा डॉक्टरों व अन्य स्टाफ से ओपीडी की व्यवस्था सुचारु रखी जाएगी। सीएमओ से भी वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा गया है, ताकि मरीजों को दिक्कत न हो। मामले में प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) को भी पत्र लिखा गया है। – डॉ. संजीव सक्सेना, प्रभारी प्राचार्य मेडिकल कॉलेज
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