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पीलीभीत। शासनादेश जारी होने के बाद मुख्यालय स्तर से परिवहन विभाग को सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगवाने के आदेश दिए गए थे, लेकिन सड़कों पर कुछ दिन ही इस आदेश का अधिकारी अनुपालन कराते दिखे। अब यह अभियान कहीं चलता दिखाई नहीं दे रहा है। विभाग ने एक अप्रैल से अब तक सिर्फ 98 वाहनों के एचएसआरपी न लगी होने पर चालान काटे हैं, जबकि अब भी 19540 वाहन बिना एचएसआरपी के दौड़ रहे हैं। इनमें 19300 कारें और बाइक शामिल हैं।
वर्ष 2021 से सभी वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बाद अभियान चलाकर जिले में चल रहे सभी वाहनों में एचएसआरपी लगवाने के लिए जागरूक किया गया। मगर इस आदेश को विभाग अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं करा पाया है। यही कारण है कि जिले में हजारों वाहनों पर अभी तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लगाई जा सकी है। विभागीय कार्रवाई भी महज खानापूर्ति तक सीमित है।
इतने वाहनों का है पंजीकरण
विभागीय आंकड़ों के मुताबिक, 1.85 लाख बाइक, आठ हजार कारेंं यानी 1,94,000 वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी हैं, जबकि 19,300 कारों और बाइकों में एचएसआरपी लगनी अभी बाकी है। ट्रांसपोर्ट वाहनों में गुड्स कैरियर 1100, बस 308, टेंपो 600, मोटर कैब 180, ई-रिक्शा 2615 यानी 4803 वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी हैं। महज 240 वाहनों में एचएसआरपी लगाई जानी बाकी है।
इस तरह लगवा सकते हैं प्लेट
जिस वाहन में एचएसआरपी लगवानी हो, उसके लिए ऑनलाइन वाहन से संबंधित जानकारी दर्ज कराकर और विभागीय फीस अदा करके आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद वाहन निर्माता कंपनी के डीलर की ओर से 15 दिनों में प्लेट उपलब्ध कराई जाएगी।
एचएसआरपी के ये हैं फायदे
क्रोमियम होलोग्राम वाली हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट में सात डिजिट का लेजर कोड यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर होता है। इससे वाहन मालिक के बारे में तमाम जानकारियां उपलब्ध हो जाएंगी। इन प्लेटों पर रात के समय भी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखने में आसानी होती है।
विभाग के द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। साथ ही एचएसआरपी न होने पर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही अभियान चलाकर जिन वाहनों पर हाई सिक्योरिटी प्लेट नहीं हैं, उन पर कार्रवाई की जाएगी। – वीरेंद्र सिंह, एआरटीओ
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