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There is a possibility of deteriorating atmosphere due to land dispute in Bundibhud village.

खेत में पराली जलाते किसान नेता बलजिंदर सिंह ।-संवाद

पूरनपुर। रविवार को गांव मुझा कलां निवासी अन्नदाता किसान यूनियन के प्रदेश महासचिव ने पांच एकड़ में खड़े धान को काटकर पराली जला दी। उन्हें देखकर समीप के एक अन्य किसान ने भी अपनी पराली जला दी। पराली जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

कृषि विभाग के अफसरों के अलावा प्रशासनिक अफसर खेतों से धान कटने के बाद पराली न जले इसके लिए गांवों में घूमकर किसानों को इसके दुष्परिणाम बता रहे हैं। सेटेलाइट से भी नजर रखी जा रही है। बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाएं नहीं रुक रहीं।

रविवार को गांव मुझा कलां निवासी किसान नेता बलजिंदर सिंह ने अपने पांच एकड़ खेत में खड़ी पराली जलवा दी। उन्होंनेे कहा कि पराली जलाना प्रतिबंधित नहीं है। किसान आंदोलन के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने पराली जलाना अपराध नहीं बताया था। उन्होंने कहा कि पराली जलाने वाले किसानों के वे साथ हैं।

बगैर एसएमएस वाली कंबाइनों से हो रही धान की कटाई

पूरनपुर। पराली न जलाई जाए, इसके लिए कंबाइन हार्वेस्टर के पीछे एक्स्ट्रा मैनेजिंग सिस्टम (एसएमएस) लगाना अनिवार्य है। बगैर एमएसएम के कंबाइन मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी कृषि विभाग के अफसरों ने दी थी। मगर क्षेत्र मेंं अधिकांश बगैर एसएमएस लगी कंबाइनों से धान की कटाई की जा रही है। धान कटने के बाद धान की बाली छोड़कर शेष अवशेष खेतों में खड़े रहते है, जिसे किसान बाद में जला देते हैं। संवाद

गांव मुझा में बलजिंदर सिंह ने अपने और अपने भाइयों के खेत में पराली जलाई है। पराली जलाने पर पांच हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा गांव सुंदरपुर और पिपरिया मझरा में दो किसानों ने पूर्व में पराली जलाई थी। दोनों से ढाई-ढाई हजार रुपये जुर्माना वसूला जा चुका है। दोबारा पराली जलाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। क्षेत्र में पराली को किसी कीमत पर नहीं जलने दिया जाएगा।

– हबीबउर रहमान अंसारी, तहसीलदार

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