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फर्रुखाबाद। शासन के आयुष्मान भव: अभियान के तहत सीएचसी व पीएचसी में रविवार को स्वास्थ्य मेला लगा। इसमें सीबीसी व अन्य जांचों का संकट रहा। बीमार स्वास्थ्य सेवाओं के बीच मरीजों को आयुष्मान का आशीर्वाद दिया गया। सीएमओ को निरीक्षण में डॉक्टर व कई कर्मचारी अनुपस्थित मिले। कुल 2237 मरीजों को उपचार मिला।

शहर के सिविल अस्पताल लिंजीगंज में सीबीसी मशीन ठीक न कराए जाने से जांच ठप है। डेंगू के प्रकोप के बीच अस्पताल में पैरासीटामाॅल इंजेक्शन नहीं है। पीएचसी आईटीआई का स्वास्थ्य मेला मजाक साबित हुआ। यहां 1:15 बजे डॉक्टर की कुर्सी खाली थी। मरीज भी नहीं थे। स्टाफ नर्स अरुणा देवी ने बताया कि डॉ.आकांक्षा सक्सेना दो दिन के अवकाश पर हैं। उन्होंने ही 13 मरीज देखकर दवाई दी। वह सेफ की चाबी घर पर ही भूल गईं, इससे मरीजों की शुगर आदि साधारण जांच भी नहीं हो सकी।

पीएचसी रमन्ना गुलजार बाग में कोई डॉक्टर न पहुंचने से फार्मासिस्ट अरविंद यादव ने 95 मरीज देखे। इनमें 20 मरीज बुखार के थे। एलटी तैनात न होने से किसी मरीज की जांच नहीं हो सकी। सीएमओ ने एआरओ वसीम खां के साथ निरीक्षण किया। पीएचसी संकिसा में प्रभारी डॉ. प्रभात त्रिपाठी गायब थे। सीएचसी मोहम्मदाबाद में अधिकतर आउटसोर्स कर्मी अनुपस्थित मिले। पीएचसी जहानगंज का भी निरीक्षण किया। सीएमओ डॉ.अवनींद्र कुमार ने बताया कि अनुपस्थित डॉक्टर व कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।

सीएचसी में सीबीसी जांच ठप, भटक रहे मरीज

कमालगंज। कस्बा स्थित सीएचसी सुबह करीब 11:30 बजे प्रभारी डॉ.अजय कुमार, डॉ.विकास पटेल व डॉ.मान सिंह मरीज देख रहे थे। क्षेत्र में बुखार तेजी से फैला है। इससे अस्पताल में बुखार पीड़ित काफी संख्या में पहुंच रहे हैं। अस्पताल में सीबीसी मशीन खराब होने से मरीजों को प्लेटलेट्स, टीएलसी, डीएलसी आदि का पता लगाने के लिए सीबीसी जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इससे मरीज सीबीसी जांच के लिए घंटों भटकते हैं। कई मरीजों ने निजी पैथोलॉजी पर जाकर जांच कराई। एलटी राजीव कटियार ने बताया कि रीजेंट आ गया है। एक- दो दिन में कर्मचारी आकर सीबीसी मशीन चालू करेगा। (संवाद)

गायब रहे विशेषज्ञ डॉक्टर

राजेपुर। सीएचसी में लगे स्वास्थ्य मेले में रोज की अपेक्षा मरीज कम पहुंचे। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ.एसपी सिंह व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.सोनू सिंह मौजूद नहीं थीं। डॉ.रजत कटियार व डॉ.प्रमित राजपूत ने मरीज देखे। हालांकि सीबीसी जांच अभी तक शुरू नहीं हो सकी। (संवाद)

स्वास्थ्य कर्मी मोबाइल चलाने में मस्त

शमसाबाद। क्षेत्र के पीएचसी रोशनाबाद में डॉक्टर न होने से फार्मासिस्ट शैलेंद्र कुमार ने मरीज देखकर दवाई दी। एलटी न होने से बुखार के मरीजों की जांच नहीं हो सकी। हालांकि बीपी व शुगर की जांच एएनएम प्रीति व रीना ने की। सीएचसी शमसाबाद में डॉ.कुलभूषण सिंह ने 22 मरीज देखे। एलटी राजन ने 14 मरीजों की शुगर, टाइफाइड, डेंगू आदि की जांच की। स्टाफ नर्स आरती, रिया सिंह व सपना भट्ट मोबाइल चलाने में व्यस्त दिखीं। काउंसलर आकांक्षा यादव भी मौजूद थीं। सीएचसी में सीबीसी मशीन ठीक न होने से जांच ठप रही। (संवाद)

स्वास्थ्य मेले में पहुंचे 115 मरीज

कायमगज। सीएचसी पर लगे स्वास्थ्य मेले में चिकित्साधीक्षक डॉ.विपिन सिंह ने 115 मरीज देखे। अन्य कोई डॉक्टर मौजूद न होने से उन्हें इमरजेंसी के भी मरीज देखने पड़े। 15 मरीजों की जांचें की गईं। हालांकि ओपीडी में रोज करीब 700 से 800 मरीज पहुंचते हैं। एलटी बृजेश कुमार, शिवकुमार, ममता यादव, ज्योति गुप्ता, शीनू चौहान, हेमलता गंगवार आदि मौजूद रहे। (संवाद)

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