अमृतपुर। रामगंगा के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर की कमी आई है। दूसरी तरफ गंगा का जलस्तर एक दिन में 55 सेंटीमीटर बढ़ गया। दोनों नदियाें का कटान तेज होने से किनारों पर बसे गांवों में दहशत है। एक गांव के आठ ग्रामीणों को रहने के लिए जगह दी गई है।
सोमवार को रामगंगा में का जलस्तर 137.15 मीटर से घट कर 137.00 मीटर पर पहुंच गया है। खो, हरेली व रामनगर बैराज से नदी में 12,613 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा नदी के किनारे बसे गांव कोला सोता, हरपालपुर, अलादपुर भटौली में कटान तेज हो गया है।
अलादपुर भटौली के ग्रामीण सबसे अधिक भयभीत हैं। कटान के डर से ग्रामीण अपने मकानों को तोड़ कर बेघर हो गए हैं। जिस पर तहसीलदार कर्मवीर सिंह ने इंद्रपाल, बलबीर, अखिलेश, नीरज, सरोज, गंगा सिंह, रामनिवास, जयसिंह को ग्राम सभा हुसैनपुर हड़ाई में आबादी की खाली जमीन में से दो-दो डिसमिल मकान बनाने के लिए दे दी है। पानी कम होने के बाद भी अर्जुनपुर में कटी सड़क पर पानी का बहाव कम नहीं हुआ। ग्रामीण नाव से ही निकल रहे है। गांव गुलरिया भावन में अभी भी पानी घरों में भरा है।
गंगा का जलस्तर 135.40 मीटर से बढ़कर 135.95 मीटर पर पहुंच गया। गंगा के जलस्तर में 55 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है। नरौरा बांध से गंगा ने 38,393 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गंगा से गांव हरसिंहपुर, कायस्थ, उगरपुर, तीसराम की मढ़ैया, तौफीक की मड़ैया के पास कटान तेज हो गया।