अमृतपुर (फर्रुखाबाद)। रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है। आठ गांवों में पानी भरने से बाढ़ का कहर दिखने लगा है। कई गांवों में कटान होने से ग्रामीण कच्चा मकान तोड़ने में जुटे हैं।
रामगंगा ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। शनिवार को रामगंगा नदी का जलस्तर 137.05 मीटर से बढ़कर 137.20 मीटर पर पहुंच गया है। 15 सेंटीमीटर बढ़ने से स्थिति और खराब होने लगी। खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। जलस्तर बढ़ने से गांव हीरानगर व खाखिन को जाने वाला रास्ता जलमग्न होने से आवागमन बंद हो गया।
अमैयापुर मार्ग पर डेढ़ फीट से अधिक तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है। इससे लोग परेशान हैं। गांव गुलरिया भावन, तेरा अकबरपुर, खुटिया, महमदपुर, हुसेनापुरा, नौआनपुरवा, कुंवरपुरा, नवादा आदि में बाढ़ का पानी भर गया है। इससे पक्के मकान वाले छतों और कच्चे घरों के लोग ऊंचे स्थानों की ओर जाने लगे हैं। गांव अलादपुर भटौली में रामगंगा नदी बढ़ी तेजी से कटान करने लगी हैं। इससे भयभीत इंद्रपाल, बलबीर, जयसिंह, कुलदीप, जोगराज, गंगाराम मकान तोड़ रहे हैं।
एसडीएम रवींद्र सिंह व तहसीलदार कर्मवीर सिंह ने गांव पहुंच कर कटान का निरीक्षण किया। ग्रामीणों से घर छोड़कर स्कूल में जाने को कहा। एसडीएम ने कानूनगो अजय शुक्ला व लेखपाल सुबोध गुप्ता को जगह नाप कर देने के आदेश दिए। ग्राम पंचायत हुसैनपुर हड़ाई में आबादी की जमीन खाली पड़ी है। उसको देने की बात लेखपाल ने कही, तो एसडीएम और तहसीलदार ने मौका मुआयना किया। इसकी जानकारी होने पर हुसैनपुर हड़ाई के लोगों ने विरोध किया। एसडीएम ने ग्राम प्रधान को बुलाकर सहयोग करने को कहा है। लेखपाल ने आठ लोगों के लिए जमीन नाप दी है।