डूसू चुनाव : एहतियात बरतते हुए चार-चार से ज्यादा का कराएंगे नामांकन
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए छात्र संगठन नामांकन प्रक्रिया से पहले अपने उम्मीदवारों के चेहरों से पर्दा उठाने को तैयार नहीं हैं। संगठनों ने एक-दूसरे के उम्मीदवारों को देखकर ही अपने पैनल घोषित करने की रणनीति बनाई है। बृहस्पतिवार को नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन संगठन एहतियात बरतते हुए एक-एक सीट पर एक से ज्यादा छात्रों का नामांकन कराएंगे।
संगठन अपने संभावित प्रत्याशी पहले ही तय कर चुके हैं। अब इनमें से प्रत्याशियों के प्रदर्शन के आधार पर उनके नामों पर अंतिम मोहर लगेगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तो अपने लगभग 9 उम्मीदवारों अंकिता बिस्वास, अपराजिता, भानुप्रताप सिंह, निषुल खर्ब, ऋषभ चौधरी, सचिन बैंसला, सारांश भाटी, सुशांत धनखड़ और तुषार डेढ़ा के नाम तय कर लिए हैं। एबीवीपी इनमें से किन्हीं सात उम्मीदवारों का नामांकन कराएगा। वहीं एनएसयूआई ने हितेष गुलिया, शशांक शर्मा, शिवम बुढ़ाना, दिनेश बिशनोईया, शुभम चौधरी व अभि दहिया के नाम तय किए हैं, इनमें एक महिला उम्मीदवार के नाम को भी शामिल किया जाएगा।
एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक आशुतोष सिंह के अनुसार, हम सात का नामांकन कराएंगे। इनमें से डूसू पैनल के चार नामों के लिए बृहस्पतिवार रात को बैठक होगी। उसके बाद अंतिम चार को डूसू चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलेगा।
शुक्रवार को नाम वापसी के बाद सभी संगठन अपने-अपने पैनल घोषित कर देंगे। वहीं एनएसयूआई में भी उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए बैठकें जारी हैं। एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने कहा कि सात से आठ उम्मीदवारों का नामांकन करवाएंगे। हमारे पास कवरिंग उम्मीदवार भी हैं। वहीं आइसा भी बृहस्पतिवार को अपने उम्मीदवारों के नामांकन कराएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव दिल्ली की राजनीति में काफी अहम माना जाता है। इसके नतीजे राजनीति में काफी दूरगामी प्रभाव डालते हैं। डूसू पर काबिज होने के लिए मुख्य लड़ाई एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच होती है, ऐसे में दोनों मुख्य संगठन एनएसयूआई व एबीवीपी काफी सोच समझकर रणनीति तैयार कर रहे हैं।