मुख्य आयोजन स्थल के साथ ही हॉल नंबर 14 में जी-20 के सदस्य देशों और आमंत्रित मेहमानों के लिए विशेष कक्ष बनाए गए थे

सीमा शर्मा

नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन के साथ-साथ भारत मंडपम से ही दुनिया के शक्तिशाली देशोें की सरकारों के दफ्तर भी चलते रहे। भारत मंडपम के मुख्य आयोजन स्थल के साथ ही हॉल नंबर 14 में जी-20 के सदस्य देशों और आमंत्रित मेहमानों के लिए विशेष कक्ष बनाए गए थे। इस कक्ष के अंदर बड़े तीन-तीन केबिन थे। यहां संबंधित राष्ट्राध्यक्षों की ऑफिस टीम और अधिकारी अपना काम करते रहे। सम्मेलन के दौरान शनिवार को सत्र पूरा होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री समेत कई अन्य ने आराम करने के साथ इन कमरों में अपनी टीम के साथ बैठक आयोजित कर जरूरी काम भी निपटाए।

भारत मंडपम में ही हॉल नंबर 14 जी-20 सदस्य देशों, विशिष्ठ आमंत्रित मेहमानों और अन्य मेहमानों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था। इसके ग्राउंड फ्लोर में जी-20 सदस्य देशों व आमंत्रित देशों के लिए 29 कमरे थे, जबकि अन्य विदेशी मेहमानों के लिए 14 कमरे पहली मंजिल पर तैयार किए थे। सभी देशों को तीन-तीन केबिन वाला एक बड़ा कमरा दिया गया था। हालांकि यूरोपियन यूनियन को दो कमरे दिए गए थे। इसमें एक यूरोपियन कमीशन और दूसरा यूरोपियन काउंसिल को अलॉट किया गया था।

हॉल नंबर 14 में स्वागत कक्ष में कदम रखते ही विदेशी मेहमान ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ डिजिटल वॉल के माध्यम से 7000 वर्ष पूर्व से लेकर वर्ष 2019 की संसदीय चुनावों की प्रक्रिया से रूबरू हुए। यहां डिजिटल वाॅल पर दुनिया के सबसे बड़े और पुराने लोकतंत्र को बेहद ही खूबसूरती से हिंदी समेत 16 विदेशी भाषाओं में समझाया गया था। इसी के साथ सामने ‘सिंधु-सरस्वती’ काल की नर्तकी की प्रतिमा लगाई गई थी। नर्तकी की प्रतिमा के माध्यम से भारतवर्ष में महिलाओं के सम्मान, खुशहाली, ताकत का संदेश दिया गया।

इन शक्तिशाली राष्ट्रों के प्रमुख कमरों में आए

जी-20 के आयोजन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत कई अन्य प्रमुख भी गाला डिनर से पहले हॉल नंबर 14 में अपने कमरों में आराम और अपने अधिकारियों के साथ बैठक करने पहुंचे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डेढ़ घंटे अपने कक्ष में रुके थे। इन कमरों में संबंधित देशों के वरिष्ठ अधिकारी अपना काम करते रहे। वहीं, ब्रिटेन और कनाडा के पीएम के बीच की बैठक भी इन्हीं कक्ष में हुई थी।

हर कमरे में भारत और संबंधित राष्ट्र को दर्शाती छह पेंटिंग्स

सभी राष्ट्रों को अलॉट कमरों में छह पेंटिंग्स लगाई गई थीं। इसमें तीन पेंटिंग्स भारत की ऐतिहासिक विरासत, संस्कृति, हैरिटेज व पर्यटन पर आधारित थीं, जबकि तीन अन्य संंबंधित देश की पहचान को दर्शाने वाली थीं। इसके अलावा अंदर सोफे, ऑफिस सेटअप, एलसीडी समेत आराम करने के लिए सोफा कम-बेड भी था। विदेशी मेहमानों को दिए गए कक्ष के बाहर भारतीय संस्कृति, विरासत, पर्यटन को दर्शाने वाली पेंटिंग और कढ़ाई वाली पेंटिंग भी थी। ग्राउंड फ्लोर पर बड़ा बैठक स्थल भी बनाया गया था। इस एरिया में कोई भी बैठकर आराम से बातचीत कर सकता था।



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