– श्री युगल जयंती उत्सव में संतों की कथा

फोटो- 37, 38

संवाद न्यूज एजेंसी

फर्रुखाबाद। शहर के लोहाई रोड स्थित श्री राधा श्याम शक्ति मंदिर में भक्ति कल्पतरू व्याख्यान माला का वर्णन किया गया। इसमें डॉ.मनमोहन गोस्वामी ने भक्त व संत में ईश्वर का अंश होता है। उनमें हमेशा मानव कल्याण की भावना निहित होती है।

डॉ.मनमोहन गोस्वामी ने ईश्वरीय भक्ति में भक्तों की भूमिका प्रस्तुत की। उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास, रविदास, रैदास, अमरीष जैसे भक्तों के जीवन में मानव कल्याण का व्याख्यान दिया। कहा कि भक्त और संत सदैव मानव कल्याण की मंगल कामना करता है। भगवत शब्द का अर्थ ईश्वर का अंश है, जो कथाओं के माध्यम से ईश्वर तक परोक्ष दर्शन करते हुए मोक्ष तक पहुंचता है। भक्त अपनी साधना से ईश्वर से जुड़ जाता है और समाज का कल्याण करते हुये मुक्ति प्राप्त करता है। कलयुग में चमत्कार को नमस्कार किया जा रहा है। वह आध्यात्मिक दृष्टि से अन्त:मुखी होता है। संत चमत्कार नहीं लोक मंगल की कामना करता है। उन्होंने व्यक्तियों में संस्कार देने की विधि का भी वर्णन किया। कहा कि कृष्ण दास बाबा उच्च कोटि के भक्त थे। उन्होंने समाज व लोक कल्याण की कामना से ईश्वर की साधना की। कथा के बाद आरती व प्रसाद वितरण किया गया। सुरेंद्र सफ्फड़, बृजेंद्र श्रीमाली, जितेंद्र अग्रवाल, हर्षित सिगतिया, ज्योतिस्वरूप अग्निहोत्री, अशोक मिश्र, पंडित दिनेश आदि मौजूद रहे। संचालन बीके सिंह किशोर ने किया।



Source link

Verified by MonsterInsights