भारतीय गीत-संगीत और नृत्य से कराया जाएगा परिचित, की गई विशेष चित्रकारी

जी-20 की ब्रांडिंग होगी, कई स्थानों पर विशेष लाइटें आगमन और प्रस्थान रैंप पर लगीं

अमर उजाला ब्यूरो

नई दिल्ली। विदेशी मेहमानों का स्वागत दिल्ली का गेटवे कहे जाने वाले एयरपोर्ट से ही शुरू हो जाएगा। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचने वाले राष्ट्राध्यक्षों का भव्य स्वागत किया जाएगा, साथ ही वह भारत में कदम रखते ही यहां की संस्कृति से रूबरू होंगे। उनके सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया जाएगा। भारतीय शास्त्रीय गीत-संगीत और नृत्य से परिचित कराया जाएगा। भारतीय परंपराओं से अवगत कराने के लिए विशेष चित्रकारी इंटरनेशनल सिरोमोनियल लाउंज में की गई है। एयरपोर्ट पर इस तरह के लाउंज-एक तो टेक्निकल एरिया में तैयार किया गया है, दूसरा टर्मिनल परिसर में। यहां इमिग्रेशन विभाग पूरी तरह सक्रिय रहेगा।

एयरपोर्ट के टर्मिनल को खासतौर से सजाया गया है। अतिथि पालम की ओर वायु सेना स्टेशन पर पहुंचेंगे, कई अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ-साथ अन्य प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी टर्मिनल-3 पर आने वाले हैं, उनके लिए विशेष व्यवस्था की गई है। हर विदेशी मेहमान के लिए समर्पित गेट को खूबसूरती से डिजाइन किया गया है। सभी मेहमानों के लिए एक समर्पित गलियारा बना है। झरने और फव्वारे लगाए गए हैं जो आने वाले राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों को सुखद अनुभव देंगे। जी-20 की ब्रांडिंग होगी, कई स्थानों पर विशेष लाइटें आगमन और प्रस्थान रैंप पर लगी हैं। तिरंगा रंग की लाइटें हर जगह लगी हैं।

मेहमानों के लिए एक अलग गेट होगा

डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर 8 सितंबर को विदेशी मेहमान आएंगे। इनमें अधिकांश मेहमानों के 10 सितंबर को जाने की संभावना है। जहां तक शहर की तरफ यातायात का सवाल है, कुछ व्यवधान होने वाले हैं। दिल्ली से उड़ान भरने वाले यात्रियों को सलाह दी है कि वे सार्वजनिक परिवहन से आना-जाना सुनिश्चित करें। मेट्रो को प्राथमिकता दें। मेहमानों के स्वागत के लिए एयरपोर्ट तैयार है। डेलिगेट के लिए एक अलग गेट होगा, ताकि वे जल्द से जल्द इमीग्रेशन और कस्टम क्लीयर कर सकें। उन्होंने बताया कि इससे सामान्य यात्रियों को कोई असुविधा नहीं होगी।

चार्टर्ड विमानों के लिए विशेष सुविधा

एयरसाइट में चार्टर्ड उड़ानों के लिए विशेष तैयारी की गई है। दिल्ली पुलिस समेत विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के सहयोग से इन उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र में ही पार्किंग की व्यवस्था की है। जितनी भी पार्किंग स्लॉट की आवश्यकता थी, उसे सुनिश्चित किया है। ये सभी वीवीआईपी विमानों के लिए उपलब्ध होंगे। खास बात यह भी है कि ये चार्टर्ड विमान बराबर फ्लाइट मोड में रहेंगे। फ्लाइट मोड का मतलब है कि इसके इंजन बंद नहीं होंगे और जरूरत पड़ते ही महज चार मिनट में ही एयरपोर्ट के रनवे से उड़ान भर सकेंगे। यहां विदेशी सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा कई व्यावसायिक मेहमान भी आ रहे हैं जिनके चार्टर्ड उड़ानों से आने की संभावना है। सामान्य विमानन टर्मिनल पर उनके स्वागत की तैयारी गई है। एयरपोर्ट पर पार्किंग, गेट्स, कॉरिडोर, बैगेज स्कैनर सब कुछ स्पेशल है।

जानवरों और चिड़ियों से बचाव के लिए शूटर तैनात

जानवरों और चिड़ियों से बचाव के लिए शूटरों की तैनाती है। अगर आकाश में किसी तरह की चिड़िया दिखेगी तो गनर उसे रबर की गोलियों से शूट कर देंगे। जानवर या चिड़ियों को भगाने के लिए पटाखों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार ड्रोन पर भी सुरक्षाकर्मियों की निगाहें रहेंगी। किसी तरह के ड्रोन के प्रवेश पर उसे हवा में ही डिफ्यूज कर मार्ग बदल दिया जाएगा। विशेष टीम हर विमान की टेक ऑफ और लैंडिंग की निगरानी करेगी।

भीतर से लेकर सड़कों पर दिख रही भारत की झलक

दिल्ली एयरपोर्ट के भीतर से लेकर सड़कों पर भी भारत की झलक दिख रही है। दिल्ली एयरपोर्ट को जी-20 समिट के लिए विशेष तौर पर सजाया गया है। एयरपोर्ट पर खासकर लाउंज, गेट पर फाउंटेन, पेंटिंग्स बनी हैं। कई जगहों पर फोटो खींचने की व्यवस्था की गई है।



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