अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन भाषा की जानकार, भाषा अनुवादक के रूप में बाजार में रहेंगी तैनात
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए शुक्रवार से विदेशी मेहमानों का दिल्ली पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। यह भले ही तय नहीं है कि बाजार में वे खरीदारी करने पहुंचेंगे या नहीं, लेकिन दिल्ली के व्यापारिक संगठनों ने उनकी मेहमान नवाजी की तैयारियां पूरी कर ली हैं। व्यापारिक संगठनों से 100 महिलाओं की टीम बनाई है जो विदेशी भाषा की जानकार है। भाषा अनुवादक के रूप में ये महिला उद्यमी मुफ्त में सेवा देंगी। इसी तरह चांदनी चौक, सरोजनी नगर समेत कई बाजारों को भी विदेशी मेहमानों के पहुंचने का इंतजार है।
चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने दिल्ली की 100 प्रतिष्ठित महिला उद्यमियों की टीम तैयार की है। ये महिलाएं बाजारों से भली-भांति परिचित हैं। ये महिला उद्यमी अंग्रेजी, फ्रेंच, स्पेनिश, जर्मन भाषा की जानकार भी हैं। व्यवसायी महिलाएं मेकअप आर्टिस्ट, फैशन डिजाइनर, ब्लॉगर, सैलून मालिक, बुटिक मालिक हैं। सीटीआई ने इनकी सूची विदेश मंत्री को भेजी है। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि शिखर सम्मेलन में विदेशी भाषा के अनुवाद के लिए व्यापारियों से संवाद करने के लिए इन्हें तैयार किया है। 8 से 10 सितंबर तक दुकानदारों और व्यापारियों को भाषाओं के अनुवाद के लिए मुफ्त सेवाएं प्रदान करेंगी।
दिल्ली-6 का दरीबा भी सत्कार करने को तैयार
चांदनी चौक स्थित दरीबा के ज्वेलर तरुण का कहना है कि आभूषण की दुकानें शिखर सम्मेलन के दौरान खुली रहेंगी। विदेशी मेहमान दिल्ली-6 के दरीबा में पहुंचते हैं तो खास तरह से दुकानदार उनका सत्कार करने को तैयार हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहा कि संचार उपकरण, खिलौने, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं, भारतीय हस्तशिल्प, आतिथ्य सेवा क्षेत्र से संबंधित निर्यात व्यापार में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है। उपकरण, रत्न और आभूषण, फर्निशिंग आइटम, इलेक्ट्रॉनिक आइटम के निर्यात व्यापार में भी वृद्धि की संभावना है। नई दिल्ली में आयोजित होने वाला यह अपनी तरह का अनोखा अंतरराष्ट्रीय आयोजन है, जोकि भारतीय व्यापार के लिए कई बेहतर रास्ते खोलेगा।