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जी-20 सम्मेलन के लिए शनिवार को हुई कारकेड रिहर्सल के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा यूनिट के पुलिस अधिकारियों के उस समय हाथ-पैर फूल गए जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का असली रूट लग गया। यूनिट के अधिकारी व पुलिसकर्मी रिहर्सल में जुटे रहे। अधिकारियों को प्रधानमंत्री के रूट के बारे में ऐन वक्त पर पता लगा।
दरअसल, पुलिस ने शनिवार को तीन बार कारकेड चलाकर 9 सितंबर की रिहर्सल की थी। पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी रिहर्सल में व्यस्त थे। उसी समय प्रधानमंत्री का राष्ट्रपति भवन के लिए रूट लग गया। सुरक्षा यूनिट को इसकी जानकारी नहीं थी। वे नकली रूट की रिहर्सल में लगे रहे। जब अधिकारियों को प्रधानमंत्री के रूट के बारे में पता लगा तो पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद तुरंत रूट पर व्यवस्था की गई।
इधर, पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जी-20 सम्मेलन के दौरान 31 काफिले चलेंगे। सभी का प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति के लिए लगने वाला वीवीआईपी रूट लगेगा। वहीं, खुफिया विभाग की रिपोर्ट आनी बाकी है। इसके बाद ही ये तय होगा कि किस काफिले की सुरक्षा बढ़ानी है और किस की कम करनी है।
विदेशी काफिले के लिए लगने वाले रूट की पहले पूरी तरह चेकिंग की जाएगी। इसका जिम्मा सुरक्षा यूनिट व स्थानीय थाना पुलिस की है। पूरी चेकिंग के बाद ही काफिले को गुजारा जाएगा।