G-20 Summit: Policemen will have to do duty by staying in the station

दिल्ली पुलिस
– फोटो : फाइल फोटो

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जी-20 सम्मेलन के दौरान पुलिस के ज्यादातर जवानों को मेहमानों की सुरक्षा व देखरेख में लगाया गया है। इस कारण दिल्ली के थानों में महज 30 से 40 फीसदी स्टाफ ही मौजूद रहेगा। ऐसे में जिन पुलिसकर्मियों की जी-20 के दौरान ड्यूटी नहीं लगी है, उन्हें थाने में ही रहकर ड्यूटी करने का आदेश जारी किया गया है। पुलिसकर्मी घर नहीं जा सकेंगे।

7 से 12 सितंबर तक स्टाफ को थाने, बैरक या पुलिस चौकी में ही रहकर ड्यूटी करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी जिलों में तैनात बाकी स्टाफ को भी लॉ एंड ऑर्डर की ड्यूटी पर लगा दिया गया है। पिछले दिनों पश्चिम जिला के कई मेट्रो स्टेशनों और सार्वजनिक स्थानों पर खालिस्तान समर्थकों ने देश विरोधी नारे लिख दिए थे। ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने पश्चिम और द्वारका जिला पुलिस को ज्यादा अलर्ट रहने के लिए कहा है। दोनों ही जिलों में गश्त बढ़ाने के अलावा पुलिस संदिग्ध लोगों पर नजर रखे हुए हैं। 

पहले स्वतंत्रता दिवस और बाद में जी-20 को देखते हुए जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं। इमरजेंसी होने पर ही स्टाफ को छुट्टी लेने के लिए कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम जिला में अभी से थाने में ही रहकर ड्यूटी करने को कहा गया है।

वहीं, द्वारका जिला में जो जवान दिल्ली के बाहर से आते हैं, उन्हें अपने-अपने घर जाने से मना करने के अलावा थाने में ही रहकर ड्यूटी करने के लिए कहा गया है। जी-20 के लिए दिल्ली पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के लिए नोडल एजेंसी है। पूरे आयोजन की सुरक्षा के लिए 1.30 लाख जवानों को तैनात किया जाएगा, इनमें 50 हजार से ज्यादा दिल्ली पुलिस के जवान होंगे।



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