अमृतपुर। बाढ़ से कटी सड़क दो जनपदों की सीमा के पेंच में फंस गई है। हरदोई जिला प्रशासन इसकी सुधि नहीं ले रहा है। जबकि फर्रुखाबाद के अधिकारी सड़क बनवाने में असमर्थ हैं। इससे 60 गांव के बाढ़ पीड़ित रास्ता न होने से परेशान हैं। जनप्रतिनिधियों का भी इस ओर ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है।
गंगा में आई भयानक बाढ़ भले ही खत्म हो गई है, लेकिन दुश्वारियों का दर्द कम नहीं हुआ है। बाढ़ के पानी की धार से अर्जुनपुर का कड़हर मार्ग कट गया था। इससे फर्रुखाबाद व हरदोई जिले के गांवों का रास्ता बंद है। करीब 60 गांवों के बाढ़ पीड़ितों के सामने आवागमन का संकट है। जिले के गांव कड़हर, भरहेपुर, तेराअकबरपुर, सिया, सवासी, सरह, गोपालपुर, मिश्रनपुरवा, खुटिया, सवितापुर, आंतर, प्रतिपालपुर, दुर्जनपुरवा, सुंदरपुर, कछुआ गाढ़ा, भुड़रा, नगला दुर्गू, महमदपुर दिउसी, परमपनगर, बर्रा खेड़ा, धीरजपुरा, कोला, राजाराम की मड़ैया आदि गांव गंगा व रामगंगा नदी के बीच में बसे हैं।
बाढ़ का दंश झेल चुके ग्रामीणों के सामने अब सड़क कट जाने से बड़ा संकट है। ग्रामीणों का आवागमन बंद चल रहा है। ग्रामीणों को फर्रुखाबाद व हरदोई जाने के लिए परेशानी हो रही है। उनका कहना है कि इस मार्ग पर सबसे ज्यादा फर्रुखाबाद के जिले के गांव हैं। कड़हर से फर्रुखाबाद की करीब 30 किलो मीटर दूरी है। रास्ता कट जाने से वाहन नहीं चल रहे हैं। रात के समय कोई ग्रामीण बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल पहुंचाना चुनौती है। दो जिले की सीमा के कारण कटी सड़क अभी तक प्रशासन ने सही नही कराई है। जिला हरदोई का प्रशासन सो रहा है। जब सड़क कटी थी तो सवायजपुर के एसडीएम ने तेज धार होने की बात कहकर नाव लगाने से मना कर दिया था। अब बाढ़ खत्म हो गई है। तेज धार भी नहीं चल रही है। इससे जेसीबी से मिट्टी डालकर रास्ता चालू किया जा सकता है। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को इस क्षेत्र की चिंता न होने से ग्रामीणों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति ने बताया है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बात कर सड़क ठीक कराने लिए जिलाधिकारी हरदोई को पत्र लिखा जाएगा।
हरदोई होकर दुकानों पर पहुंचा राशन
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अमृतपुर। कड़हर मार्ग कटा होने से क्षेत्र की सरकारी नौ दुकानों पर राशन भरा ट्रक नहीं पहुंच सका। हरदोई के मार्ग से राशन लेकर ट्रक बेड़ीजोर पुल तक ही जा सका। वहां से कोटेदार अपने टैक्टर-ट्राली से राशन लादकर ले गए।
गंगा में आई बाढ़ के तेज बहाव से कड़हर मार्ग कट गया है। इससे वाहन नहीं निकल पा रहे हैं। सरकारी राशन की दुकानों पर राशन का वितरण 10 सितंबर से शुरू होना है। रास्ता कटा होने से गांव कड़हर, आंतर, खुटिया, सरह, तेरा अकबरपुर, बर्रा खेड़ा, सुंदरपुर, सवासी, महमदगंज की दुकानों पर ठेकेदार निर्धारित तिथि 31 अगस्त तक राशन नहीं पहुंचा सका। वितरण की तारीख नजदीक आते ही ठेकेदार ने एफसीआई गोदाम से राशन लादकर जिला हरदोई के सवायजपुर होते हुए हरपालपुर के रास्ते से बेड़ीजोर पुल तक पहुंचाया। वहां से कोटेदार टैक्टर-ट्राली से राशन लाद कर अपनी दुकानों तक ले गए। रास्ते में पानी भरा होने से ट्रैक्टर भी फंस गए, इसे दूसरे ट्रैक्टर से जोड़कर निकाला गया। कोटेदारों संघ जिलाध्यक्ष अनिल तिवारी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के घरों में राशन का संकट न रहे, इसलिए इतनी दूर से राशन ट्रक मंगवाया। (संवाद)