शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से छात्रों पर बढ़ रहा मानसिक दबाव
कहा – स्कूल में छात्रा द्वारा कूदकर मरना दुखद
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रदेश भाजपा ने दिल्ली सरकार को संवेदनहीन सरकार बताते हुए कहा कि लगातार स्कूलों में छात्रों से जुड़ीं दुर्घटनाएं दर्शाती हैं कि छात्रों को न काउंसिलिंग उपलब्ध है, न ही छात्र-शिक्षक संवाद। भाजपा ने सरकारी स्कूल में छात्रा द्वारा कूदकर मरने की घटना पर दुख जताया और कहा कि शिक्षा मंत्री आतिशी की चुप्पी इस दर्द को बढ़ाती है। मुख्यमंत्री के सिविल लाइन निवास से मात्र 500 गज की दूरी पर स्थित सर्वोदय स्कूल के परिसर की यह घटना सबके लिए नैतिक प्रश्न खड़ी करती है।
प्रदेश भाजपा मंत्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि पिछले सप्ताह रोहिणी के स्कूल में दो छात्रों से दुराचार का मामला देखने को मिला। नया मामला तीसरी मंजिल से कूदकर मरने का आया है। जिसे केजरीवाल सरकार ने हरसंभव दबाने की कोशिश की। दोनों घटनाएं साफ दर्शाती हैं कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्रों की कुंठा को समझने के लिए व उनके मानसिक संतुलन को मजबूत करने के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी एवं नवगठित स्कूल प्रबंधन समिति से लेकर काउंसिलिंग एवं हैपीनेस क्लास चलाने के शिक्षा मंत्री आतिशी के दावे सब कागजी हैं। स्वराज ने कहा कि छात्रा ने आत्महत्या की या उसको मारा गया है, यह पुलिस जांच का विषय है पर यह तय है कि वह छात्रा किसी न किसी प्रकार के मानसिक दबाव में थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उनके मंत्री दिल्ली को वर्ल्ड क्लास स्कूल देने का दावा हर चुनावी राज्य में जाकर करते हैं पर सच यह है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते। दुराचार एवं मिड डे मील से फूड पॉइजनिंग के मामले सबने देखे हैं। प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्रों के साथ बढ़ते अवांछित मामलों के लिए शिक्षा मंत्री दोषी हैं, आतिशी में नैतिकता हो तो वह इस्तीफा दें।